वजन कम करने के लीए शहद और पानी का कैसे प्रयोग करें? जानीए सही तरीका
हमने अपने पिछले आर्टिकल में बताया था की गरम पानी और शहद एकसाथ लेने से विष रूप हो जाते है। मोटापा कम करने के लीए शहद और पानी का प्रयोग करने का सही तरीका वैद्यजीवन नामक आयुर्वेद के ग्रंथ में महर्षि बताते है।
शिशिरान्बु पिबेन्मधुप्रयुक्तं गणनाथो अपि भवेत्किलास्थिशेष: |
— वैद्यजीवनं ⅘
How to prepare Honey water?
पहले ४ ग्लास पानी को उबालकर १ ग्लास करें। याने ३ ग्लास पानी जला दें। पश्चात उसे रूम टेम्परेचर तक ठंडा होने दें। उस एक ग्लास ठन्डे पानी में आधा ग्लास या चौथाई ग्लास शहद मिलाकर खूब अच्छी तरह मिक्स करें। जिस प्रकार कॉफी शेक बनाने के लीए उसे खूब जोरों से हिलाकर मिक्स किया जाता है ठीक उसी प्रकार शहद और पानी को आपस में मिक्स करें। इस प्रकार एकरस हुआ मिश्रण श्रेष्ठ परिणाम देता है।
Best time to take Honey water ?
प्रातःकाल खाली पेट
Who should take Honey water therapy?
कफ या पित्त प्रकृति वाले और जिन का वजन ज्यादा हो वह सब यह प्रयोग कर सकते है। ख़ासकर जिन का पेट बहार निकल रहा हो उन के लीए यह श्रेष्ठ उपाय है।
Who should not take Honey water therapy?
वायु प्रकृति के व्यक्ति जिन का मोटापा वायु बढ़ने के कारण हो उन्हें यह प्रयोग नहीं करना चाहिए। साथ ही जिन के घुटने घीस रहे हो या जोड़ों में चिकनाहट कम हो तो उन्हें यह प्रयोग नहीं करना चाहिए।
डायबिटीस के रोगियों को अपने वैद्य से मिलाकर शुद्ध मधु उपलब्ध हो तो ही और वैद्य मार्गदर्शन में ही यह प्रयोग करें।
Precaution to be taken during Honey water therapy:
अगर आप को जोड़ों में घिसने की आवाज़ आती है है तो प्रयोग बंध कर के वैद्य का मार्गदर्शन लें। प्रयोग शुरू कर ने से पहले शहद शुद्ध है या नहीं इसकी जांच अपने वैद्य से ज़रूर करवाए। मिलावटी या चीनी मिले हुए मधु से लाभ की जगह हानि होने की पूरी संभावना है।
Health benefits of Honey water therapy:
- पेट की चरबी को ख़ास तौर पे कम होती है
- भूख पर नियंत्रण होता है जिस से बार बार कुछ न कुछ खाते रहने की आदत कम जो जाती है
- शरीर में कफ दोष कम होता है
- काम करने में स्फूर्ति और उत्साह का अनुभव होता है
- मधु रसायन होने से बुढ़ापा देर आता है
- जातीय शक्ति बढ़ती है
- शरीर का बल बढ़ता है
- त्वचा की सुंदरता और तेजस्विता को बढ़ाता है
- पसीना कम और दुर्गन्ध रहित होता है
- चलने फिर ने या सीढीया चढ़ाने में सांस नहीं फूलती
In brief:
आयुर्वेद में मधु को सर्व श्रेष्ठ रसायन (Tonic)में से एक माना गया है। महर्षि चरक और महर्षि सुश्रुत मधु को प्रतिदिन प्रयोग करने के लीए कहते है। मोटापा कम करने वाला यह प्रयोग “मधूदक” (Honey water) कहा जाता है। इस विधिवत प्रयोग करने से गणेश जी जैसे बड़ी तोंद हो तो भी सुदामा जैसी पतली हो जाती है।
In Ayurveda, honey is considered to be one of the best tonics. Maharishi Charak and Maharishi Sushruta are said to be using Madhu everyday. This weight loss remedy is described as “Madhoodaka” in Ayurveda. By using this simple remedy one can easily reduce extra belly fat.